शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार से अपने विवादों के बीच अभिनेत्री कंगना रनौत ने आज महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाक़ात की. कंगना के साथ उनकी बहन रंगोली चंदेल भी थीं. इससे पहले कंगना रनौत ने अपने आवास पर करनी सेना के कार्यकर्ताओं से भी मुलाक़ात की थी. राज्यपाल से मुलाक़ात के दौरान कंगना ने उन्हें अपने साथ हुए अत्याचार से अवगत कराया और बताया कि किस तरह एक पूरी सरकार उनके पीछे पड़ गई है.

राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद कंगना ने बताया कि मैं एक नागरिक के तौर पर बताने आई थी कि मेरे साथ जो जो हुआ. जो अभद्र व्यवहार हुआ वो मैं उन्हें बताने आई थी. उन्होंने मुझे एक बेटी की तरह सुना. मेरा पॉलिटिक्स से लेना देना है नहीं. मैं उम्मीद करती हूं कि मुझे न्याय मिलेगा.
#WATCH I met Governor Koshyari & told him about unjust treatment I’ve received. I hope justice will be given to me so that the faith of all citizens including young girls, is restored in the system. I am fortunate that the Governor listened to me like a daughter: Kangana Ranaut pic.twitter.com/aZRohVVUhi
— ANI (@ANI) September 13, 2020
- इससे पहले भगत सिंह कोश्यारी ने भी बीएमसी की कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख अडवाइजर अजॉय मेहता को तलब कर सीएम के इस ‘बेतुके सलूक’ पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी. गौरतलब है कि कंगना और शिवसेना के बीच तनाव तब बढ़ गया और कंगना में मुंबई की तुलना POK से कर दी. उसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत के साथ उनकी तल्खी इतनी बढ़ गई कि उन्होंने कंगना को हरामखोर लड़की तक कह दिया. कंगना के ताबड़तोड़ हमले से बौखलाई महाराष्ट्र सरकार ने BMC के जरिये कंगना के दफ्तर पर बुलडोजर चलवा दिया.